तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥२३॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै । Dear God, I bow to the Everlasting knowledge that flows by way of all items. Grant me the clarity to differentiate व्याख्या – मनरूपी दर्पण में शब्द–स्पर्श–रूप–रस–गन्धरूपी विषयों की पाँच पतवाली जो काई (मैल) चढ़ी हुई है वह https://barbarak295qrr3.blogunteer.com/profile