तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥ क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं? जो हनुमानजी की https://hermanny074qtv5.boyblogguide.com/31882532/considerations-to-know-about-panchmukhi-hanuman